चिपसेट 'नाविक' (NavIC) को समर्थन करेगा।
क्वालकॉम का चिपसेट इसरो के 'नाविक' ( नेविगेशन विथ इंडियन कंसल्टेशन) का समर्थन करेगा।
नाविक अमेरिका के 'GPS' की तरह, भारत का अपना नेविगेशन सिस्टम है, जो कि इसरो द्वारा विकसित किया गया है। सभी तीन चिपसेट हैंडसेट NavIC का उपयोग करके नेविगेशन का समर्थन करेंगे।
व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले GPS के विपरीत, जिसमें 24 उपग्रह शामिल हैं, NavIC में सात उपग्रह ही हैं और उनकी सीमा भारत और उसके आसपास के क्षेत्रों में, देश की सीमा से 1,500 किमी तक फैली हुई है।
GPS के 24 उपग्रह पूरे ग्रह को अपनी कार्यप्रणाली में शामिल करते हैं, जबकि NavIC के सात उपग्रह केवल भारत और उसके आस-पास के देशों तक ही फैले हुए हैं। यही कारण है कि कई लोग मानते हैं कि GPS की तुलना में जिसकी स्थिति सटीकता 20-30 मीटर है, NavIC 20 मीटर से कम की अनुमानित सटीकता के साथ किसी भी स्थान को अंकित करने में सक्षम होगा।
नाविक नेविगेशन सिस्टम की मदद से किसी भी क्षेत्र के आसपास के 5 मीटर के विस्तार की सटीक जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यह पहली बार है कि किसी कंपनी ने चिपसेट बनाया है जो 'नाविक' का समर्थन करता है। ये चिपसेट भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) की देखरेख में विकसित किए गए थे।
4G स्पीड बढ़ेगी!
क्वालकॉम इंडिया के अध्यक्ष राजन वागड़िया और क्वालकॉम टेक्नोलॉजी के उपाध्यक्ष केदार कंडप ने हाल ही में अपने तीन चिपसेट उत्पादों को लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि इस नए चिपसेट प्लेटफॉर्म पर 4G कनेक्शन की तेज़ी बढ़ेगी। इसके फीचर की बात करे तो इसमें वाईफाई -6 और ब्लूटूथ 5.1 है।
2021 तक भारत में 5G कनेक्टिविटी?
भारत में, 'स्नैपड्रैगन 720G चिपसेट' को 30 हजार से अधिक के प्रीमियम स्मार्टफोन में पेश किया जा सकता है। दूसरी ओर, कम कीमत वाले सेगमेंट के स्मार्टफोन में स्नैपड्रैगन 662 और स्नैपड्रैगन 460 का इस्तेमाल किया जा सकता है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के मंत्री रविशंकर प्रसाद इस साल के अंत तक 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी कर सकते है। जिससे 2021 अंत तक भारत में इसकी 5G कनेक्टिविटी हो सकती है।